Wednesday 21 June 2017

मर्द हैं लालू, किसी से नहीं डरेंगे

पटना : सदाकत आश्रम में मंगलवार को आयोजित कांग्रेस की इफ्तार पार्टी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को बड़ा सहारा दे गई। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद खुल कर लालू प्रसाद के पक्ष में उतरे।

उन्होंने कहा कि 'मोदी साहब' और उनकी पार्टी को विरोध पसंद नहीं है। भाजपा हर उस व्यक्ति से बदला लेती है, जो उसका विरोध करता है। लालू प्रसाद को भी डराया जा रहा है, लेकिन वह 'मर्द' हैं, डरेंगे नहीं। इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा खुद लालू प्रसाद भी मौजूद थे।

आजाद ने कहा कि भाजपा सरकार चाहती है कि सारे राजनीतिक दल उसकी जय-जयकार करते रहें। आजाद, लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ इनकम टैक्स की कार्रवाई के संदर्भ में पूछे गए प्रश्न पर बोल रहे थे। नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने मीडिया के प्रश्नों का कोई जवाब नहीं दिया।

लालू प्रसाद ने केवल इतना कहा कि भाजपा फंसा रही है। इफ्तार पार्टी में सबकी नजरों में यह सवाल भी तैर रहा था की विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का किसे उम्मीदवार बनाया जाएगा? मीडिया ने इस सवाल को जुबान दी। इस प्रश्न का जवाब भी गुलाम नबी आजाद ने दिया।


Friday 3 February 2017

बजट के बाद अब महागठबंधन में मचा कोहराम, राजद ने सीएम पर हमला करते हुए कहा नोटबंदी पर…

कल संसद में पेश हुए बजट के बाद बिहार की राजनीति में गर्माहट आ गई है कल तक नोटबंदी के मुद्दे पर पीएम मोदी को समर्थन करने वाले बिहार के सीएम नीतीश कुमार को उम्मीद थी कि बिहार राज्य को इस बजट में कुछ मिलेगा लेकिन मोदी को महागठबंधन से अलग जाकर समर्थन करने के बाबजूद उन्हें मोदी सरकार ने कुछ नही दिया जिससे जदयू और सीएम को मायूसी हाथ लगी है वहीं उनपर तंज कसने का राजद को मौका मिल गया.
राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि कल तक नोटबंदी के मुद्दे पर समर्थन कर रहे थे चोच से चोच लड़ा रहे थे लेकिन उसके बाद बिहार को बजट में क्या मिला उन्होंने तो ठेंगा दिखा दिया मोदी को समर्थन देना कोई काम नही आया उन्होंने कहा कि राजद हमेशा से ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के लिए मांग करता रहा है. अब इस मुद्दे पर महागठबंधन के सारे दलों को एक साथ बैठकर इस पर आन्दोलन करने की जरुरत है.
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार के साथ नाइंसाफी की गई है इस मुद्दे को हम जनता की अदालत में ले जायेंगे जबकि इस मुद्दे पर सीएम के ऊपर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक सदानंद सिंह ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया और केंद्र के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि इस बजट में बिहार के साथ उपेक्षा हुआ है.

हिन्‍दुओं का खात्‍मा करने वाला बयान देने वाले ओवैसी ने झुकाया सिर, पहन ली भगवा पगड़ी

मुम्बई। हिन्‍दुओं का खात्‍मा करने वाला बयान देने वाले ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुसलमीन पार्टी के नेता व विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने बुधवार को पेश किए गए बजट पर भी हल्ला बोला।
मोदी और बीजेपी पर निशाना

इस मौके पर मजलिसे इत्तेहादुल मुसलमीन पार्टी द्वारा जलसा समारोह के अंत में पुणे मजलिसे इत्तेहादुल मुसलमीन पार्टी के सदस्यों ने ओवैसी को महात्मा ज्योतिबा फुले की पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। पगड़ी पहनने के बाद ओवैसी ने पीएम मोदी पर फिर एक बार निशाना साधते हुए कहा कि वे पगड़ी पहनने के लिए तैयार हैं, काश कोई उनकी टोपी पहनने के लिए भी तैयार हो जाता।
पुणे महानगरपालिका की चुनावी सभा में पहुंचे अकबरुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी हरदम मित्रों-मित्रों करते रहते हैं। वे अपनी सभा के मार्फत पीएम मोदी से ब्लैक मनी के बारे में पूछते हैं। वे पूछते हैं कि इस बजट में गरीबों, मिडिल क्लास, लोअर व हाई क्लास के लिए क्या है? वे कहते हैं कि ऐसे आदमी को वजीरेआजम बनाने से तो कुछ भी हासिल नहीं होगा।
निशाने पर सिर्फ पीएम मोदी
अकबरुद्दीन ओवैसी ने अपनी सभा के दौरान सिर्फ नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी नाटक करने में माहिर हैं। मोदी विदेशी दौरों पर हसते हैं और भारत में कदम रखते ही रोना शुरू कर देते हैं।
पीएम मोदी का मजाक ओवैसी उड़ाते हुए कहते हैं कि पीएम मोदी झोले का जिक्र करते हैं, अरे जाओ बाबा। जब भी जाना तो बोल देना- आपके चाय की केतली, थोड़ा दूध और चाय की पत्ती वे दे देंगे।
स्वच्छता अभियान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश में स्वच्छता अभियान चलाने की जरुरत नहीं है। वे कहते हैं कि अगर कुछ गंदगी साफ करनी है तो वो बीजेपी, संघ परिवार, आरएसएस की विचारधारा है।
ओवैसी नोटबंदी के सवाल पर पीएम मोदी पर तंज कसते हैं। वे पीएम मोदी द्वारा खुद के फकीर कहने और पंद्रह लाख के सूट पहनने पर भी तंज कसते हैं। वे कहते हैं कि यह नाच न आने पर आंगन को दोष देने जैसा है। पीएम मोदी ने नोटबंदी को सही से लागू नहीं किया और अब वे गलतबयानी कर रहे हैं।
बता दें, ओवैसी ने अपने एक भाषण में कहा था कि, “अगर पंद्रह मिनट के लिये पुलिस हटा ली जाये तो भारत के 25 करोड़ मुसलमान 100 करोड़ हिन्‍दुओं का खात्‍मा कर सकते हैं।”

केजरीवाल की एक बात पर शर्म से झुक गया मोदी का सिर, देना होगा चुनाव आयोग को हिसाब


नई दिल्ली। सियासी दांव पेंच के बीच भाजपा भंवर में फसती दिखाई दे रही है। केन्द्रीय रक्षा मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहर पार्रिकर को उनकी बयानबाजी भारी पड़ गयी। उनकी एक बड़ी चूक का खामियाजा पार्टी को भी उठाना पड़ सकता है। दरअसल चुनाव आयोग ने पार्रिकर के घूस लेने वाले बयान पर तीखे तेवर करते हुए दो दिन में जवाब मांगा है। बता दें चुनाव आयोग का यह कदम केजरीवाल की शिकायत पर उठाया गया है।
भाजपा भंवर में…

चुनाव आयोग ने इसे प्रथम दृष्टा में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की शिकायत पर स्थानीय चुनाव अधिकारियों द्वारा ये नोटिस जारी किए गए हैं।
आयोग ने शुक्रवार अपराह्न तक परिकर को इस नोटिस का जवाब देने को कहा है। साथ ही यह भी कहा गया है कि अगर आप नोटिस का जवाब देने में नाकाम रहते हैं तो आगे कार्रवाई की जाएगी।
आयोग ने रक्षा मंत्री को उनके 29 जनवरी को दिए गए विवादित बयान को लेकर नोटिस भेजा है। इस बयान में पार्रिकर ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “अगर कोई रैली का आयोजन करता है और आपको 500 रुपये देकर उम्मीदवार के साथ रैली में चलने को कहता है तो इसमें कोई समस्या नहीं है। लेकिन जब आप वोट कीजिए तो भाजपा के कमल के निशान पर ही करिए।”
चुनाव आयोग ने सीधे तौर पर इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए पूर्व मुख्यमंत्री को नोटिस देकर इसका वाजिब जवाब मांगा है।

सिर्फ 340 रूपये में ले जाएं बड़ी स्क्रीन वाला ये दमदार फ़ोन

स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी स्वाइप ने कुछ समय पहले Elite Power हैंडसेट लॉन्च किया था। यह स्मार्टफोन ई-कॉमर्स वेबसाइट पर फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध कराया गया है। इसकी कीमत 6,999 रुपये है। आपको बता दें कि फ्लिपकार्ट इसके लिए 340 रुपये प्रति महीने की ईएमआई स्कीम भी दे रहा है।

इस स्मार्टफोन की सबसे अहम खासियत इसकी बड़ी बैटरी है। स्वाइप एलीट पावर में 4000 एमएएच की बैटरी दी गई है। फ्लिपकार्ट के  लिस्टिंग से पता चला है कि यह फुल मेटल बॉडी वाला 4जी वीओएलटीई स्मार्टफोन है। इसमें 5.5 इंच का एचडी (720x1280 पिक्सल) आईपीएस डिस्प्ले है। स्मार्टफोन एंड्रायड 6.0 मार्शमैलो पर चलेगा। इसमें 1.1 गीगाहर्ट्ज़ क्वाड-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 210 (एमएसएम8909) प्रोसेसर के साथ 2 जीबी रैम का इस्तेमाल हुआ है।

इनबिल्ट स्टोरेज 16 जीबी है और जरुरत पड़ने पर आप 32 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर सकेंगे।स्वाइप एलीट पावर हाइब्रिड सिम स्लॉट के साथ आएगा।
स्मार्टफोन में 8 मेगापिक्सल का रियर कैमरा है। इसके साथ एलईडी फ्लैश भी दिया गया है। आपको 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा भी मिलेगा। एलीट पावर में बैक पैनल पर फिंगरप्रिंट स्कैनर है। इसका डाइमेंशन 156.5x77x8.8 मिलीमीटर है और यह स्पेस ग्रे कलर में मिलेगा।

हालाँकि इसका जो प्रॉसेसर है वो काफी पुराना है यानि प्रॉसेसिंग के मामले में ये फ़ोन थोड़ा फीका हैं अगर बात करे मार्किट में कॉम्पटीशन की तो इसके मुकाबले में कई बेहतरीन फ़ोन पहले से ही मौजूद हैं ।।

तिहाड़ जेल से भागने की फिराक में आतंकी यासीन भटकल, बगदादी करेगा मदद!

New Delhi: देश की खुफिया एजेंसियों की जानकारी के मुताबिक इंडियन मुजाहिदीन का खूंखार आतंकी यासीन भटकल तिहाड़ जेल से भागने की फिराक में है। की जानकारी के बाद तिहाड़ की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
2013 के हैदराबाद बम ब्लास्ट केस में यासीन भटकल समेत 4 लोगों को हैदराबाद कोर्ट ने दिसंबर में मौत की सजा सुनाई गई थी। सुरक्षा एजेंसियों ने यासीन भटकल की अपनी पत्नी को की गई एक कॉल को इंटरसेप्ट किया था। अपनी पत्नी के साथ बातचीत में यासीन ने सीरिया से मददएजेंसियों  के सहारे जेल से बाहर आने की बात कही थी। यह पहली बार नहीं है जब यासीन ने आतंकी संगठन ISIS का जिक्र किया हो।

भारत-नेपाल की सीमा से जब उसे गिरफ्तार किया गया था तो भी उसने अंगुली उठाते हुए IS लड़ाकों का सिग्नेचर पोज बनाया था।  मौत की सजा पाने के कारण यासीन भटकल को जेल नंबर 1 में रखा गया है। जेल के बाहर गार्ड्स और सीसीटीवी कैमरे मौजूद हैं जो 24 घंटे उस पर नजर बनाए हुए हैं।भारत में इंडियन मुजाहिदीन का पूर्व प्रमुख यासीन भटकल 2015 में हैदराबाद जेल में था जब उसने अपनी पत्नी से फोन पर सीरिया से मदद मिलने की बात कही थी।

इस वजह से इस बात की आशंका जताई जा रही है कि जिहादी को जेल से भागने में आतंकी संगठन ISIS से मदद मिल सकती है। पांच मिनट की बातचीत में यासीन को अपनी पत्नी जहीदा से कहते हुए सुना गया, 'दमिष्क से लोग मदद कर रहे हैं, मैं जल्द ही रिहा हो जाऊंगा।' उसने अपनी पत्नी को 27 कॉल्स की थीं। आतंकी यासीन की पत्नी साउथ-ईस्ट दिल्ली के जामिया नगर में रहती है।

Crime : एक बाप ने ही कर दी मर्यादा को शर्मशार , फिर जो हुआ


नीयत का क्या भरोसा? कब बदल जाए और जब बात हुश्न की हो तो फिर क्या जवानी और क्या बुढ़ापा। ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है।

क्योंकि ऐसी ही एक घटना का खुलासा तब हुआ, जब पीड़ित युवती ने बच्चे को जन्म दिया, 9 महीने तक अपनी कोख में पीड़िता अपनी ही सहेली के पिता का पाप ढोती रही। लेकिन बच्चे के जन्म लेते ही इस राज का पर्दाफाश हो गया।

दरअसल, ग्वालियर में 55 साल के एक बुजुर्ग ने अपनी बेटी की सहेली के साथ दुष्कर्म किया। ये मामला दबा रहा, पर जब दुष्कर्म की शिकार युवती ने बच्चे को जन्म दिया, नूरगंज निवासी किशोरी अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

पीड़िता ने बताया कि 55 साल का शख्स ने उसे डरा-धमका कर उसके साथ रेप किया था। इस वजह से वह गर्भवती हो गई और बच्चे को जन्म दिया है

 

पीड़िता के मुताबिक, आरोपी का साडि़यों की रंगाई, कढ़ाई का काम है। आरोपी की बेटी उसकी सहेली है, उसके जरिए दो साल पहले वह कढ़ाई का काम सीखने गई थी। बाद में परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए वहीं पर कढ़ाई का काम भी करने लगी। उसने बताया कि पिछले साल जब वह अकेली काम कर रही थी, तभी आरोपी ने उसे मां और भाई को मारने की धमकी देकर दुष्कर्म किया था।

परिजनों को उसके गर्भवती होने का पता छह माह बाद चला। लेकिन बदनामी के डर से वह चुप रहे और अस्पताल तक नहीं ले गए, लेकिन जब बच्चा हुआ तो बात बस्ती तक फैल गई। आखिरकार पीड़ित परिवार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही ग्वालियर थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

‘युवराजों’ से करिश्मे की उम्मीद, आगरा में सपा-कांग्रेस ने झोंकी ताकत

सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ताजनगरी में पहली बार एक साथ दिखाई देंगे। नई-नई दोस्ती का पहला इम्तिहान होने के कारण सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोड शो को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
रोड शो आज (शुक्रवार) अपराह्न लगभग तीन बजे दयालबाग से शुरू होगा। यहां दोनों कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। यहीं से दोनों का काफिला भगवान टाकीज की ओर आगे बढ़ेगा। तीन विधानसभा क्षेत्रों को कवर करते हुए शाम लगभग छह बजे बिजलीघर चौराहा पहुंचेंगे। यहां पर भी दोनों कार्यकर्ताओं को संबोधित कर सकते हैं। 
अखिलेश-राहुल का शहर में पहला रोड शो होने के कारण दोनों के कार्यकर्ताओं ने इसे सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने जहां एक दिन पहले ही डेरा डाल दिया है वहीं, सपा के प्रदेश प्रवक्ता सहित कई नेता तैयारियों का जायजा लेने पहुंच गए। वहीं, प्रशासन ने भी रूट का भ्रमण किया।  
दयालबाग से बिजलीघर चौराहा तक के भ्रमण मार्ग के बीच बिजली के तार एक दिन पहले ही दुरुस्त कर दिए गए हैं। प्रशासन के निर्देश पर टोरंट की टीम ने जमीन से 18 फुट की ऊंचाई तक पूरा रूट क्लीयर किया। वहन विभाग की टीम ने रूट पर स्थित पेड़ों के टहनियां छांटी। 
11 मजिस्ट्रेट लगाए गए
प्रशासन की ओर से पूरे रूट पर 11 मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। जोकि रूट पर सुरक्षा तैयारियों पर नजर रखेंगे।
सीएम जरार में करेंगे सभा
रोड शो से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बाह विधानसभा क्षेत्र के जरार में सभा करेंगे। वह पूर्वाह्न 11.20 बजे हेलीकॉप्टर से सैफई से सीधे जरार पहुंचेंगे। यहां जनसभा को संबोधित करने के बाद वह फिरोजाबाद में तीन सभाएं करेंगे। इसके बाद वह रोड शो के लिए ताजनगरी पहुंचेंगे।

मोदी सरकार का देशवासियों को 14 हजार रुपऐ इनाम!

नई दिल्ली(3 फरवरी): वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट 2017 में 2.5 लाख से 5 लाख तक के इनकम टैक्स स्लैब में टैक्स रेट कम करने का ऐलान किया। पहले जहां 10 फीसदी टैक्स लगता था तो अब इसको कम करके 5 फीसदी कर दिया गया है।
ऐसे में जिसकी भी आय 50 लाख है उसको 12,500 रुपए की राहत मिली है। वहीं जिनकी कमाई 1 करोड़ से ज्यादा है उनके लिए यह राहत 14,806 रुपए तक भी जा सकती है।
टैक्स में मिली यह राहत 20 साल बाद आई है। अंतिम बार करदताओं को राहत मिली थी साल 1997 में। तब वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने 'ड्रीम बजट' पेश किया था। 20 साल बाद मिले इस राहत का फायदा 2 करोड़ करदाताओं को मिलेगा।

नगालैंड में हिंसा: महिलाओं के आरक्षण का हो रहा है विरोध; भीड़ ने फूंके सरकारी दफ्तर

कोहिमा: शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के जारी चुनाव का विरोध करते हुए लोगों ने नगालैंड की राजधानी में आज यहां राज्य चुनाव आयोग और उपायुक्त के कार्यालय में तोड़फोड़ की तथा कोहिमा नगर परिषद की इमारत को आग के हवाले कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय और आबकारी विभाग के कार्यालय को भी हिंसक भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। ये लोग जनजातीय समूहों के विरोध के बावजूद चुनाव के लिए आगे बढ़ने को लेकर मुख्यमंत्री टीआर जेलिआंग और उनकी पूरी कैबिनेट का इस्तीफा मांग रहे थे।
जनजातीय समूह नगर निकायों में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण के खिलाफ है। हालांकि, इन सभी घटनाओं की पुलिस ने फिलहाल पुष्टि नहीं की है।
इससे पहले दिन में नगालैंड ट्राइब्स एक्शन कमेटी (एनटीएसी) ने जेलिआंग और उनकी कैबिनेट को शाम चार बजे तक इस्तीफा देने, दीमापुर पुलिस आयुक्त को हटाने और चुनाव को अवैध एवं अमान्य घोषित करने का अल्टीमेटम दिया।
एनटीएसी ने राजभवन को एक ज्ञापन भी सौंपा है। हालांकि, राज्यपाल पीबी आचार्य इटानगर में हैं। उनके पास अरूणाचल प्रदेश के राज्यपाल का भी प्रभाव है।
एनटीएसी के दबाव में जेलिआंग ने चुनाव प्रक्रिया को अमान्य घोषित कर दिया और दीमापुर के पुलिस आयुक्त एवं पुलिस उपायुक्त का भी तबादला कर दिया ताकि मंगलवार को हुई गोलीबारी की घटना की निष्पक्ष जांच हो सके। इस घटना में दो प्रदर्शनकारी युवक मारे गए थे जिसके बाद से राज्य में रोष पनप रहा है।
हालांकि मुख्यमंत्री की घोषणाएं चार बजे की समय सीमा समाप्त होने के पहले ही हुई थी फिर भी भीड़ हिंसक हो गई।
एनटीएसी ने नगालैंड के मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगा
नगालैंड ट्राइब्स एक्शन समिति ने शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) चुनाव में संघर्ष में दो युवकों की मौत के बाद मुख्यमंत्री टीआर जेलिआंग और उनकी कैबिनेट का आज शाम चार बजे तक इस्तीफा मांगा है ।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को दिमापुर में पुलिस गोलीमारी में मारे गए दो युवकों के शव कल शाम यहां पहुंचने के बाद यहां लगातार दूसरे दिन भी तनाव बना हुआ है।
एनटीएसी के प्रवक्ता ने बताया कि शवों को मुख्यमंत्री टीआर जेलिआंग और सत्ताधारी पार्टी एनपीएफ के अध्यक्ष डॉ शुरहोजीलाय घरों के सामने ले जाने की भीड़ की मांग के बाद एनटीएसी ने सरकार के साथ मामला उठाने के लिए एक समिति गठित कर दी।
एनटीएसी के प्रवक्ता ने बताया कि समिति का गठन असाधारण आपातकालीन बैठक में किया गया है जो आज यहां अंगामी पब्लिक ऑर्गनाइजेशन कार्यालय में हुई थी।
एनटीएसी कोहिमा ने राजभवन में राज्यपाल पीबी आचार्य की गैर मौजूदगी में दिए गए ज्ञापन में कहा कि स्थिति इसलिए हिंसक हो गई कि मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट ने शहरी स्थानीय निकायों के चुनावों को टालने के लोगों की लोकतांत्रिक मांगो के खिलाफ जाने का फैसला किया।